ए जिंदगी जरा थम जा, मै अपने रुठ-ए हुओ को मना लू
ए जिंदगी जरा थम जा मै अपने लोगों को मना लू, सबसे पहले अपने रब को राजी करलु, माजी मे जो गुनाह सरजद हुए जान किये हो या अन जाने मे हो गए हो उनकी तौबा करलु, किसी का दिल दुखाया हो तो उससे माफी मांग लू, जिंदगी थरा थम जा, मै वो काम करलु … Read more