जिंदगी मे हर एक दिन नये-नये शिकवे करना कुछ और नहीं बल्कि खुद से ही एक जंग है और अक्सर देखा गया है के शिकवे और शिकायत वही करते है जो ठंडे होते है जिनके पास बहाने होते है खुद को पीछे करने के,
क्योंकि जो कौम के बहादुर लोग होते है वो तो काम करते है अपनी जिंदगी मे आगे बड़ते हा गलतिया भी उनसे होती है लेकिन वो गलतियों को छुपाते नहीं है और न ही उनको सही साबित करने की दलील देते है बल्कि,
खुद आगे आकर अपनी गलतियों को मानते है जल्द से जल्द और आगे बड़ जाते है और वही दूसरी तरफ कम जर्फ और कमजोर ईमान वाले लोग दलील पर दलील पेश करते है खुद को सही साबित करने के लिए,
इससे क्या हासिल होगा क्योंकि झूठ की उम्र अल्लाह पाक ने बहुत छोटी ही रखी है सच्चाई को अल्लाह पाक ने बुलंदी अता की है इसलिए मेरे अजीजों आप तमाम से गुजारिश है के शिकवे-शिकायत को छोड़ कर महनत और लगन से अपने काम मे ध्यान दीजिए इंशा अल्लाह अल्लाह पाक आपको जरूर ही कामियाबी की बुलंदी पर पहुचाएगा।
और याद रखे जिंदगी मे कई सारे मोड आते है जहा पर आप से जाने मे या अनजाने मे ही गलतिया होती है तो सबसे पहले उन गलतियों को दूर करे और फिर आगे बड़े बेशक अल्लाह पाक माफ करने पर कादिर है वो रहीं है और करीम है ।