हर रोज़ 5 बार पुकारती है ‘कब्र’ – मगर सुनता कौन है?

हर रोज़ 5 बार पुकारती है 'कब्र' – मगर सुनता कौन है?

हजरतए उमर बिन अब्दुल अजीज एक जनाजे के साथ कब्रिस्तान तशरीफ़ ले गए, वहा एक कब्र के पास बैठ कर गौरो फिक्र मे डऊब गए, किसी ने अर्ज की: या अमीरल मोमिनीन ! आप यहा तन्हा कैसे तशरीफ़ फरमा है ? फरमाया, ” अभी-अभी एक कब्र ने मुझे पुकार कर बुलाया और बोली, ए उमर … Read more