यजीद के दरबार मे अहले सादात का काफिला

यजीद के दरबार मे अहले सादात का काफिला

यजीद का इमाम हुसैन के बेटे हजरतए आबिद से सवाल-जवाब इब्ने जियाद के हुक्म से कैदियों की रस्सीया और कस दी गई और अहले सादात का ये काफिला दुश्मन की तरफ रवाना हो गया, उनके हाथ उलटे बंधे हुये थे, रस्सीयो से बदन जकड़े हुए थे, ऊंटों की नंगी पुश्तो पर सुवार थे, इमाम हुसैन … Read more

जब इमाम हुसैन निकले मैदान-ए-जंग मे, कर्बला कांप उठा!

अपने नाना हुज़ूर का अमामा सर पर बांध कर, अम्मा फातिमा की चादर कमर पर लपेट कर, अब्बा अली की तलवार लेकर जब इमाम हुसैन आये जंग करने तो किसी ने लिखा के, “अंधेरो मे हक और हिदायत का आफताब तुलु हुआ, जिसकी रोशनी से कूफे का रेगिस्तान जगमगा उठा, वहशत और बरबरीयत की तारीकों … Read more

कर्बला की आखिरी साँझ: बेटे को रोका, बहिन को सलाम, बीबी से अलविदा और बेटी सकीना ने थामे घोड़े के पाँव

बेटा हजरत जैनुल आबिदीन को जंग करने से रोका और वसीयत की! कूफे के रेगिस्तान मे अब कोई बजाहिर मददगार न था, हजरत इमाम हुसैन के नाम तमाम जा निसार साथी एक-एक करके दीन ए हक की खातिर शहीद हो चुके थे, मगर जब इमाम खैमो मे तशरीफ़ लाए तो देखा के हजरत जैनुल आबिदीन, … Read more

हर महफिल में मुअज्ज़िज़ बनना है? जानिए ये 6 राज़

अगर आप भी लोगों के बीच मे सबसे ज्यादा मुअज्ज़िज़ यानि के सबसे ज्यादा खास बंदे बनना चाहते है तो इन 6 कामों को अपने रूटीन मे एड करले इंशा अल्लाह, आपकी इज्जत मे इजाफा होगा और अल्लाह पाक आपको लोगों की नज़रों मे ही नहीं बल्कि अपनी नज़रों मे भी उरूज़ अता करेगा । … Read more

शहजादे अली अकबर की शहादत – कर्बला का जांबाज नौजवान

कर्बला का मैदान सिर्फ जंग का ही नहीं बल्कि ईमान, सब्र और कुर्बानी का सबसे बड़ा मरकज है, हज़रत इमाम हुसैन के बेटे शहजादे अली अकबर की शहादत उस ववादारी और बहादूरी की कहानी है, जिसे सुनकर आज भी दिल कांप उठता है। अली अकबर नबी ए करीम ﷺ की शबीह थे, उनकी आवाज, चाल-ढाल … Read more

इमाम हुसैन के दोनों भांजे ऑनो-मुहम्मद की शहादत

हजरतए वहब की शहादत के बाद हजरत इमाम हुसैन खैमे मे वापिस आये, बीबी शहर बानो अपनी चादर के दामन से अली असगर को हवा दे रही थी ले हजरतए फातिमा के लाल ने अपनी हमशीरा बहिन जैनब से फरमाया ! बहिन जैनब उठो और भाई हसन की कमान दो ! नाना मुस्तफा करीम की … Read more

बेटी सुगरा का खत अब्बा हुसैन के लिए !

एक शख्स ऊटनी सवार मदीने पाक की गलियों मे से गुजरता हुआ एक तंग सी गली मे पहुचा, उसने देखा के एक टूटे हुए मकान के दरवाजे मे जमीन पर छोटी सी बच्ची या बाबा हुसैन! या बाबा हुसैन के नारे लगा रही है, उस छोटी बच्ची के दर्दनाक नारे सुन कर वो ऊंट सवार … Read more

मुहर्रम का इतिहास क्या है

मेरे अजीजों दीन ए इस्लाम मे इस्लामी केलेडर के हिसाब से मुहर्रम पहला महीना है और इसको इस्लाम मे बहुत मुकद्दस माना जाता है । ये माह फकत नये साल का पहला महीना ही नहीं है बल्कि, ये महीना शहादत और उसमे सब्र-कुर्बानी का पैगाम लेकर आता है इस महीने मे बहुत से अहम वाकियात … Read more

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