अचानक आने वाली मौत से हिफाजत का वजीफा

अचानक आने वाली मौत से हिफाजत का वजीफा

मेरे अजीजों हम सबने कई लोगों को देखा है जो कुछ वक्त पहले ठीक-ठाक थे लेकिन अचानक मौत ने उन्हे अपनी आगोश मे ले लिया अब वजह चाहे जो भी हो लेकिन मौत तो आई अचानक से ही न, अचानक आने वली मौत से हिफाजत का आसान तरीन वजीफा ये है कि, ” रात को … Read more

यजीद के दरबार मे अहले सादात का काफिला

यजीद का इमाम हुसैन के बेटे हजरतए आबिद से सवाल-जवाब इब्ने जियाद के हुक्म से कैदियों की रस्सीया और कस दी गई और अहले सादात का ये काफिला दुश्मन की तरफ रवाना हो गया, उनके हाथ उलटे बंधे हुये थे, रस्सीयो से बदन जकड़े हुए थे, ऊंटों की नंगी पुश्तो पर सुवार थे, इमाम हुसैन … Read more

बहिन जैनब की बेबाकी और बेटी सकीना पर सितम

बीबी शहर बानो और सेयदा जैनब सुबह से रो-रो कर थक चुकी थी और आँसू खुश्क हो चुके थे और आंखे पथरा गई थी, मगर वो कियामत खैज मंजर देख रही थी इस बार नजरे उठाई तो इमाम हुसैन का सर नेजे पर था, दोनों की दर्द भरी हल्की आवाज चीखो के साथ बुलंद हो … Read more

जब इमाम हुसैन निकले मैदान-ए-जंग मे, कर्बला कांप उठा!

अपने नाना हुज़ूर का अमामा सर पर बांध कर, अम्मा फातिमा की चादर कमर पर लपेट कर, अब्बा अली की तलवार लेकर जब इमाम हुसैन आये जंग करने तो किसी ने लिखा के, “अंधेरो मे हक और हिदायत का आफताब तुलु हुआ, जिसकी रोशनी से कूफे का रेगिस्तान जगमगा उठा, वहशत और बरबरीयत की तारीकों … Read more

कर्बला की आखिरी साँझ: बेटे को रोका, बहिन को सलाम, बीबी से अलविदा और बेटी सकीना ने थामे घोड़े के पाँव

बेटा हजरत जैनुल आबिदीन को जंग करने से रोका और वसीयत की! कूफे के रेगिस्तान मे अब कोई बजाहिर मददगार न था, हजरत इमाम हुसैन के नाम तमाम जा निसार साथी एक-एक करके दीन ए हक की खातिर शहीद हो चुके थे, मगर जब इमाम खैमो मे तशरीफ़ लाए तो देखा के हजरत जैनुल आबिदीन, … Read more

हर महफिल में मुअज्ज़िज़ बनना है? जानिए ये 6 राज़

अगर आप भी लोगों के बीच मे सबसे ज्यादा मुअज्ज़िज़ यानि के सबसे ज्यादा खास बंदे बनना चाहते है तो इन 6 कामों को अपने रूटीन मे एड करले इंशा अल्लाह, आपकी इज्जत मे इजाफा होगा और अल्लाह पाक आपको लोगों की नज़रों मे ही नहीं बल्कि अपनी नज़रों मे भी उरूज़ अता करेगा । … Read more

रिज्क मे फराखी, उम्र मे दराजी और बुरी मौत को दफा करने का आसान वजीफा

दीन ए इस्लाम एक एसा पाकीजा मजहब है, जो इंसानियत, मुहब्बत और आपसी तालुकात को मजबूत करने की तालीम देता है, मेरे अजीजों रिज्क मे फराखी, उम्र मे दराजी और बुरी मौत को दफा करने के लिए रसूल ए आजम ﷺ ने इरशाद फरमाया है के, ” जो शख्स ये चाहता है के उसकी उम्र … Read more

शहजादे अली अकबर की शहादत – कर्बला का जांबाज नौजवान

कर्बला का मैदान सिर्फ जंग का ही नहीं बल्कि ईमान, सब्र और कुर्बानी का सबसे बड़ा मरकज है, हज़रत इमाम हुसैन के बेटे शहजादे अली अकबर की शहादत उस ववादारी और बहादूरी की कहानी है, जिसे सुनकर आज भी दिल कांप उठता है। अली अकबर नबी ए करीम ﷺ की शबीह थे, उनकी आवाज, चाल-ढाल … Read more

जिंदगी के मुसाफिर और राह मे भोंकते कुत्ते

जब आप सड़क पर गाड़ी चला रहे होते हो, तो अक्सर देखा होगा के कुछ आवारा कुत्ते गाड़ी के पीछे दौड़ते है, भोंकते है.. और न तो उन्हे आपकी गाड़ी छीन नी होती है और न ही वो आपकी गाड़ी चलाना जानते है और न ही उन्हे पता होता है के आप कहा जा रहे … Read more

इमाम हुसैन की शहादत – सब्र, हक और कुर्बानी की मिसाइल

कर्बला एक तपता हुआ रेगिस्तान जहा सूरज भी शर्मसार है, जमीन अंगारों सी दहक रही है और इसी जमीन पर नबी ए करीम ﷺ के प्यारे नवासे हजरत इमाम हुसैन अपने अहले बैत और चंद वफ़ादार साथिओ के साथ डटे है सामने यजीद की फौज का हजारों का लश्कर है मगर इमाम हुसैन झुके नहीं … Read more

Exit mobile version