” हर इंसान से उसकी औलाद के बारे मे सवाल किया जाएगा – क्या उसने उन्हे अच्छा रास्ता दिखाया या नहीं । “(मुसनद अहमद) एक हदीस मे आता है कि, “जिसने अपनी औलाद को अच्छे अखलाक और दीनी तालीम दी, वो जन्नत के हकदार होंगे। “
अब मै आपसे सवाल पूछता हूँ कि क्या आपके बच्चे आपके कंट्रोल मे है या मोबाईल के कंट्रोल मे है, क्या वो आपकी बाते मानते है या मोबाईल मे ही लगे रहते है अगर इसका जवाब मोबाईल की तरफ है तो बहुत गौर करने वाली बात है क्योंकि जिस चीज का पेड़ लगाया जाता है,
फल उसी का देता है जिसका पेड़ आपने लगाया यानि के अगर आपने अपने बच्चों पर अभी से कंट्रोल खो दिया है तो फिर आप बाद मे कंट्रोल नहीं बल्कि बात मे इनके ओरडर आपके लिए फरामीन होंगे और आप कही न कही अपना वकार खो देंगे इसलिए बच्चों को आज ही से मोबाईल से दूर रखने की कोशिश करे,
बच्चों को मोबाईल से एसे अलग किया जाता है!
बच्चों को मोबाईल से दूर करने के लिए मै आपके लिए कुछ खास-अहम बाते लाया हूँ अगर आपने इन बातों मे से किन्ही पर भी अमल कर लिए फिर इंशा अल्लाह जरूर आपके बच्चों से मोबाईल कम हो जाएगा और अगर सारी ही बातों पर अमल कर लिया तो अल्लाह की जात से उम्मीद है कि इंशा अल्लाह जरूर आपके बच्चे मोबाईल से दूर हो जाएंगे ।
(01) बच्चों से बातो-कलाम मे नरमी
देखे बच्चे एक रस्सी की मानिंद है अब इस रस्सी को न तो इतना सख्त करे कि रस्सी टूट ही जाए और न ही इतनी ढील डाले के किसी काम की न रहे यानि के आपको अपने बच्चों को थोड़ा सख्त तो रखना है लेकिन एक हद के दायरे मे जब वो गलती करे तो उनको प्यार भरे अंदाज मे समझाए और उनको हर एक गलती का होने वाला रिजल्ट जरूर बताए ताकि वो आपकी छिपी हुई मुहब्बत को समझे ।
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(02) घर वाले ब सरापा अमल बने
देखे ये नहीं हो सकता कि आप दिन के 5-8 घंटे मोबाईल मे लगे रहे और बच्चों से उम्मीद रखे के वो मोबाईल से दूर रहे और ये कभी नहीं होने वाला इसलिए अगर आप चाहते है के बच्चे मोबाईल को बिल्कुल छोड़ दे तो फिर आपको भी अपनी एक हद कायम करनी होगी, आपको भी ब सरापा अमल बनना होगा और जब बच्चे आपको मोबाईल से दूर देखेंगे तो नेचुरल उन्मे सुधार आएगा ।
(03) घर मे दीन दारी का माहौल बनाए
शैतान का सबसे बड़ा वार यही होगा कि आज के दौर मे जब भी जब आप अपने घर मे दीन का माहौल बरपा करने की कोशिश कर रहे होंगे तो वो आपके कान मे कहेगा कि सब कहेंगे ये देखो एक और मुल्ला या मुल्लइ पैदा हो गई यकीन जानना मेरे अजीज यही शैतान का वार होगा अगर आपने इसका सामना करते हुए अपने घर मे दीन दारी का माहौल पैदा कर लिया तो फिर बच्चे मोबाईल ही नहीं छोड़ेंगे बल्कि वो नेक और खैर खवाही करने वाले मुसलमान बन जाएंगे ।
(04) घर मे ये काएदा बना दे
आप अपने घर मे कुछ निजाम बनाए क्योंकि जिस घर मे कोई निजाम नहीं होता तो वो घर वाले बहुत पीछे रह जाते है हर एक मैदान मे, कायेदा बनाए के
- जब खाना खाया जाएगा तब कोई मोबाईल नहीं चलाएगा जिसमे आप खुद भी हो,
- जब अजान होगी तो सारे काम छोड़ कर पहले नमाज अदा की जाएगी ।
- सोने से पहले कुरान ए मजीद की तिलावत की जाएगी ।
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(05) नेक कामों पर इनाम दे
जब भी आपका बच्चा कोई दीनी किताब पूरी पढे तो उसको या फिर आपकी बच्ची पांचों वक्त की नमाज 2-3 दिन लगातार पढे या फिर जो बच्चा मोबाईल से पूरे दिन दूर रहे एसे मोको पर आप अपने बच्चों को इनाम देकर उनको आगे पहुचा सकते हो, इससे उनके दिल मे खुशी दाखिल होने के साथ-साथ ये काम और मजीद करने की चाहत भी पैदा होगी ।
खुलासा ए कलाम
यकीनन आज के वक्त मे ये बहुत खराब आदत बच्चों को लगी हुई है और जो उनके शरीर को कमजोर भी कर रही है और उनके जहनो मे खिलाफ ए इस्लाम बाते भी एड कर रही है लेकिन अगर आप ऊपर दिए गए 5 पॉइंट्स पर अमल कर लोगे तो इंशा अल्लाह बहुत गहरा और बहुत जल्द असर अपनों बच्चों मे देखोगे।
अल्लाह पाक हम सबके बच्चों को खिलाफ ए इस्लाम काम करने से, देखने से महफूज रखे .. आमीन !